 |
Best Nafrat Shayari In Hindi | Latest Nafrat Status | Top Nafrat Shayari |
*****
---------------------------------------
अदावत तो है
अपनी नफरतों के रहनुमाओं से।
जो दिल में दे जगह उससे
भला न क्यूँ सुलह कर लें।।
---------------------------------------
---------------------------------------
मैं काबिले नफरत हूँ,
तो छोड़ दे मुझको।
तू मुझसे यूँ दिखावे की
मोहब्बत न किया कर।।
---------------------------------------
---------------------------------------
नफरत मत करना मुझसे,
बुरा लगेगा।
बस एक बार प्यार से कह देना,
अब तेरी जरूरत नहीं।।
---------------------------------------
---------------------------------------
ना मेरा प्यार कम हुआ,
ना उनकी नफरत।
अपना अपना फर्ज था,
दोनों अदा कर गये।।
---------------------------------------
---------------------------------------
ये तेरी हल्की सी नफ़रत
और थोड़ा सा इश्क़।
यह तो बता ये मज़ा-ए-इश्क़
है या सजा़-ए-इश्क़।।
---------------------------------------
---------------------------------------
मोहब्बत में मेरे जज़्बात
से तो खूब खेली तू।
मेरे इश्क़ को नफरत के तराजू
में तौलकर बेच डाली।।
---------------------------------------
---------------------------------------
मुझे नफ़रत सी हो गयी है
अपनी जिन्दगी से।
और तू ज्यादा खुश ना हो,
क्योंकि तू ही मेरी जिन्दगी है।।
---------------------------------------
---------------------------------------
प्यार करना सिखा है
नफरतो की कोई जगह नही।
बस तु ही तु है इस दिल मे,
दूसरा कोई और नही।।
---------------------------------------
---------------------------------------
जो मुझसे नफरत करते हैं
शौक से करें।
हर शख्स को मैं अपनी मोहब्बत
के काबिल नहीं समझती।।
---------------------------------------
---------------------------------------
तुम्हारी नफरत पर भी
लुटा दी ज़िन्दगी हमने।
सोचो अगर तुम मुहब्बत
करते तो हम क्या करते।।
---------------------------------------
---------------------------------------
अब हम तो नए नफरत करने
वाले तलाशा करते हैं।
क्योंकि पुराने वाले तो अब हमसे
मोहब्बत किया करते हैं।।
---------------------------------------
---------------------------------------
नफरत हो गयी मुझे।
एक मोहब्बत लफ्ज से।।
---------------------------------------
---------------------------------------
नफरत करना तो सीखा
ही नहीं साहब।
हमने दर्द को भी चाहा है,
अपना समझकार।।
---------------------------------------
---------------------------------------
ज़्यादा कुछ नहीं बदला
उसके और मेरे बीच में।
पहले नफरत नहीं थी
और अब प्यार नहीं है।।
---------------------------------------
---------------------------------------
इश्क़ करे या नफरत
इजाज़त है उन्हें।
हमे इश्क़ से अपने कोई
शिकायत नही।।
---------------------------------------
---------------------------------------
कुछ दगाबाज़ी हम भी
तेरे ऐतबार से करेंगे।
तुझसे नफ़रत भी जालिम
ज़रा प्यार से करेंगे।।
---------------------------------------
---------------------------------------
मुझसे नफरत करनी है
तो इरादे मजबूत रखना।
जरा से भी चूके तो महोब्बत हो जायेगी।।
---------------------------------------
---------------------------------------
हक़ से दो तो तुम्हारी
नफरत भी कबूल हमें।
खैरात में तो हम तुम्हारी
मोहब्बत भी न लें।।
---------------------------------------
---------------------------------------
देख के हमको वो सर झुकाते हैं,
बुला कर महफ़िल में नजरें चुराते हैं।
नफरत हैं तो कह देते हमसे,
गैरों से मिलकर क्यों दिल जलाते हैं।।
---------------------------------------
---------------------------------------
कुछ लोग तो मुझसे सिर्फ इसलिए
भी नफरत करते हैं।
क्योंकि..बहुत सारे लोग
मुझसे प्यार करते हैं।।
---------------------------------------
---------------------------------------
नफरत तेरी बुलंदियों पे थी,
फिर भी तुझे चाहा था।
ए सनम तूने ही आवाज ना लगाई,
हमने तो तुझे हर लम्हे में पुकारा था।।
---------------------------------------
---------------------------------------
नफरत को हम प्यार देते हैं
प्यार पे खुशियां वार देते हैं।
बहुत सोच समझ कर हमसे
कोई वादा करना ऐ दोस्त।
हम पर वादे पर जिंदगी गुजार देते हैं।।
---------------------------------------
---------------------------------------
काश कि दिल पर अपना अख्तियार होता।
ना नफरत होती ना प्यार होता।।
---------------------------------------
---------------------------------------
नफरत हमने सीखी नही कभी दिल से।
हम तो बस मौहब्बत ही रखते है हर किसी से।।
---------------------------------------
---------------------------------------
प्यार, एहसान, नफरत, दुश्मनी
जो चाहो वो मुझसे करलो।
आप की कसम वही दुगुना मिलेगा।
---------------------------------------
---------------------------------------
तेरी जुदाई में और तो कुछ ना हो सका।
बस मोहब्बत से नफरत हो गयी ।।
---------------------------------------
---------------------------------------
देख कर उसको तेरा यूँ पलट जाना।
नफरत बता रही है तूने गज़ब की मोहब्बत थी।।
---------------------------------------
---------------------------------------
तूने ज़िन्दगी को मेरी इस
क़दर कुछ यूँ मोड़ा हैं।
कि अब मोहब्बत भी नफरत भी,
दोनों थोड़ा थोड़ा हैं।।
---------------------------------------
---------------------------------------
मत रख इतनी नफ़रतें
अपने दिल में ए इंसान।
जिस दिल में नफरत होती है
उस दिल में रब नहीं बसता।।
---------------------------------------
---------------------------------------
उनकी नफरत बता रही है।
हमारी मोहब्बत गज़ब की थी।।
---------------------------------------
---------------------------------------
गुज़रे है आज इश्क के उस मुकाम से।
नफरत सी हो गयी है मोहब्बत के नाम से।।
---------------------------------------
---------------------------------------
सुनो न बेहद गुस्सा करते हो आजकल।
नफरत करने लगे हो या ईश्क ज्यादा हो गया।।
---------------------------------------
---------------------------------------
नफ़रत करना है
तो इस क़दर करना।
के हम दुनिया से चले जाए पर
तेरी आँख में आंशु ना आए।।
---------------------------------------
---------------------------------------
एक नफरत ही नहीं दुनिया
में दर्द का सबब फ़राज़।
मोहब्बत भी सकूँ वालों को
बड़ी तकलीफ़ देती है।।
---------------------------------------
---------------------------------------
दुनिया को नफरत का यकीन
नहीं दिलाना पङता।
मगर लोग मोहब्बत का सबूत
ज़रूर मॉगते हैं।।
---------------------------------------
---------------------------------------
मेरे पास वक्त नही है,
नफ़रत करने का उन लोगो से,
जो मुझसे नफऱत किया करते है।
क्योंकि मैं व्यस्त हूँ उन लोगो मे
जो मुझसे प्यार किया करते है।।
---------------------------------------
---------------------------------------
पहले इश्क़, फिर दर्द,
फिर बेहद नफरत।
बड़ी तरकीब से तबाह
किया तुमने मुझको।।
---------------------------------------
---------------------------------------
हमारी अदा पे तो नफरत
करने वाले भी फ़िदा हैं।
तो फिर सोच प्यार करने वालो का
किया हाल होता होगा।।
---------------------------------------
---------------------------------------
नफरत करने की दवा बता दो यारो।
वरना मेरी मौत की वजह मेरा प्यार ही होगा।।
---------------------------------------
---------------------------------------
नफरतें लाख मिलीं पर मोहब्बत न मिली,
ज़िन्दगी बीत गयी मगर राहत न मिली।
तेरी महफ़िल में हर एक को हँसता देखा,
एक मैं था जिसे हँसने की इजाजत न मिली।।
---------------------------------------
---------------------------------------
सनम तेरी नफरत में वो दम नहीं
जो मेरी चाहत को मिटा दे।
ये मोहब्बत है कोई खेल नहीं
जो आज हंस के खेला और
कल रो कर भुला दे।।
---------------------------------------
... Thank You ...
0 Comments