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Osho Quotes In Hindi | Biography |
रजनीश के बारे में:-
रजनीश (जन्म चंद्र मोहन जैन, 11 दिसंबर 1931 - 19 जनवरी 1990), जिन्हें आचार्य रजनीश, भगवान श्री रजनीश के नाम से भी जाना जाता है, और बाद में ओशो के रूप में, एक भारतीय धर्मगुरु और रजनीश आंदोलन के संस्थापक थे।
अपने जीवनकाल के दौरान उन्हें एक विवादास्पद नए धार्मिक आंदोलन के नेता और रहस्यवादी के रूप में देखा गया था। 1960 के दशक में उन्होंने एक सार्वजनिक वक्ता के रूप में पूरे भारत की यात्रा की और समाजवाद के मुखर आलोचक थे, यह तर्क देते हुए कि भारत समाजवाद और उस समाजवाद, साम्यवाद के लिए तैयार नहीं था,
और अराजकतावाद तभी विकसित हो सकता था जब पूंजीवाद अपनी परिपक्वता तक पहुँच गया हो। रजनीश ने महात्मा गांधी और मुख्यधारा के धर्मों के रूढ़िवाद की भी आलोचना की। रजनीश ने ध्यान, ध्यान, प्रेम, उत्सव, साहस, रचनात्मकता और हास्य गुणों के महत्व पर जोर दिया, जिन्हें वे स्थिर विश्वास प्रणालियों,
धार्मिक परंपरा और समाजीकरण के पालन द्वारा दबाए जाने के रूप में देखते थे। मानव कामुकता के लिए एक अधिक खुले दृष्टिकोण की वकालत करने के कारण उन्होंने 1960 के दशक के अंत में भारत में विवाद पैदा किया और "सेक्स गुरु" के रूप में जाना जाने लगा।
1970 में, रजनीश ने मुंबई में "नव-संन्यासियों" के रूप में जाने वाले अनुयायियों को आरंभ करने में समय बिताया। इस अवधि के दौरान उन्होंने अपनी आध्यात्मिक शिक्षाओं का विस्तार किया और दुनिया भर के धार्मिक परंपराओं,
मनीषियों और दार्शनिकों के लेखन पर प्रवचनों में बड़े पैमाने पर टिप्पणी की। 1974 में, रजनीश पूना में स्थानांतरित हो गए, जहां एक आश्रम स्थापित किया गया था और विभिन्न प्रकार के उपचारों को शामिल किया गया था,
जिसमें पहले मानव संभावित आंदोलन द्वारा विकसित तरीकों को शामिल किया गया था, जो एक बढ़ते पश्चिमी निम्नलिखित की पेशकश की गई थी। 1970 के दशक के उत्तरार्ध तक,
मोरारजी देसाई की सत्तारूढ़ जनता पार्टी सरकार और आंदोलन के बीच तनाव के कारण आश्रम के विकास पर अंकुश लगा और 5 मिलियन डॉलर का कर दावा किया गया।
1981 में, रजनीश आंदोलन के प्रयासों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित किया और रजनीश को वास्को काउंटी, ओरेगन में रजनीशपुरम के रूप में जाना जाता है। लगभग तुरंत आंदोलन काउंटी निवासियों और राज्य सरकार के साथ संघर्ष में भाग गया,
और आश्रम के निर्माण से संबंधित कानूनी लड़ाइयों का एक उत्तराधिकार और विकास ने इसकी सफलता पर अंकुश लगाया। 1985 में, अपने अनुयायियों द्वारा गंभीर अपराधों की एक श्रृंखला के मद्देनजर, जिसमें साल्मोनेला बैक्टीरिया के साथ सामूहिक भोजन विषाक्तता का हमला
और अमेरिकी अटॉर्नी चार्ल्स एच। टर्नर की हत्या करने के लिए एक निरस्त हत्या की साजिश शामिल थी, रजनीश ने आरोप लगाया कि उनके निजी सचिव डॉ। आनंद शीला और उनके करीबी समर्थक जिम्मेदार थे। बाद में उन्हें एक अल्फ़ोर्ड याचिका के अनुसार संयुक्त राज्य से हटा दिया गया था।
उनके निर्वासन के बाद, 21 देशों ने उन्हें प्रवेश से वंचित कर दिया। वह अंततः भारत लौट आए और पुणे आश्रम को पुनर्जीवित किया, जहां 1990 में उनकी मृत्यु हो गई। रजनीश का आश्रम, जिसे अब ओएसएचओ इंटरनेशनल मेडिटेशन रिज़ॉर्ट के रूप में जाना जाता है,
और सभी संबंधित बौद्धिक संपदा, पंजीकृत ओशो इंटरनेशनल फाउंडेशन (पूर्व में रजनीश इंटरनेशनल फाउंडेशन) द्वारा प्रबंधित है। रजनीश की शिक्षाओं का पश्चिमी नवयुग विचार पर प्रभाव पड़ा है, और उनकी मृत्यु के बाद से उनकी लोकप्रियता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
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जो कुछ भी महान है उस पर किसी का अधिकार नहीं हो सकता.
और यह सबसे मूर्ख बातों में से एक है जो मनुष्य करता है
मनुष्य अधिकार चाहता है.
- Osho
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अंधेरा, प्रकाश की अनुपस्थिति है.
अहंकार, जागरूकता की अनुपस्थिति है.
- Osho
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किसी के साथ किसी भी प्रतियोगिता की कोई ज़रूरत नहीं है.
तुम जैसे हो अच्छे हो. अपने आप को स्वीकार करो.
- Osho
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अनुशासन क्या है? अनुशासन का मतलब आपके
भीतर एक व्यवस्था निर्मित करना है.
तुम तो एक अव्यवस्था, एक केऑस हो.
- Osho
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तुम जीवन में तभी अर्थ पा सकते हो जब तुम
इसे निर्मित करते हो. जीवन एक कविता है जिसे
लिखा जान चाहिए. यह गाया जाने वाला गीत,
किया जाने वाला नृत्य है.
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कोई विचार नहीं, कोई बात नहीं,
कोई विकल्प नहीं – शांत रहो, अपने आप से जुड़ो.
- Osho
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तुम्हें अगर कुछ हानिकारक करना हो
तभी ताकत की जरूरत पड़ेगी.
वरना तो प्रेम पर्याप्त है, करुणा पर्याप्त है.
- Osho
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जब भी कभी तुम्हें डर लगे, तलाशने का प्रयास करो.
और तुमको पीछे छिपी हुई मृत्यु मिलेगी.
सभी भय मृत्यु के हैं. मृत्यु एकमात्र भय-स्रोत है.
- Osho
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एक भीड़, एक राष्ट्र, एक धर्म,
एक जाति का नहीं पूरे अस्तित्व का हिस्सा बनो.
अपने को छोटी चीज़ों के लिए क्यों सीमित
करना सब संपूर्ण उपलब्ध है
- Osho
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जितनी ज़्यादा ग़लतियां हो सकें उतनी
ज़्यादा ग़लतियां करो बस एक बात याद रखना
फिर से वही ग़लती मत करना.
और देखना, तुम प्रगति कर रहे होगे.
- Osho
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तलाशो मत, पूछो मत, ढूंढो मत, खटखटाओ मत,
मांगो मत – शांत हो जाओ. तुम शांत हो जाओगे –
वो आ जाएगा. तुम शांत हो जाओगे – उसे यहीं पाओगे.
तुम शांत हो जाओगे तो अपने को उसके साथ झूलते हुए पाओगे.
- Osho
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इससे पहले कि तुम चीजों की इच्छा करो, थोड़ा सोच लो.
हर संभावना है कि इच्छा पूरी हो जाए,
और फिर तुम कष्ट भुगतो.
- Osho
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जो ‘जानता’ है वो जानता है कि बताने
की कोई ज़रूरत नहीं. जानना काफ़ी है.
- Osho
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तनाव का अर्थ है कि आप कुछ और
होना चाहते हैं जो कि आप नहीं हैं.
- Osho
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प्रेम एक आध्यात्मिक घटना है, वासना भौतिक.
अहंकार मनोवैज्ञानिक है, प्रेम आध्यात्मिक.
- Osho
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अपने मन में जाओ, अपने मन का विश्लेषण करो.
कहीं न कहीं तुमने खुद को धोखा दिया है.
- Osho
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खुद में जीवन का कोई अर्थ नहीं.
जीवन अर्थ बनाने का अवसर है.
- Osho
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आधे-अधूरे ज्ञान के साथ कभी आगे ना बढे।
ऐसा करने पर आपको लगेंगा की आप अज्ञानी हो,
और अंत तक अज्ञानी ही बने रहोंगे।
- Osho
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प्यार की सर्वश्रेष्ट सीमा आज़ादी है, पूरी आज़ादी।
किसी भी रिश्ते के खत्म होने का मुख्य
कारण आज़ादी का न होना ही है।
- Osho
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मेरे ज्ञान ने मुझे सभी चीजो से मुक्ति दिलवाई
जिसमे स्वयम ज्ञान भी शामिल है।
- Osho
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“यंहा कोई भी आपका सपना पूरा करने के लिए नहीं हैं,
हर कोई अपनी तक़दीर और अपनी हक़ीकत बनाने में लगा हैं।
- Osho
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अज्ञानी बने रहना अच्छा है, कम से कम अज्ञान
तो इसमें आपका होता है। ये प्रामाणिक है,
यही सच, वास्तविकता और इमानदारी है।
- Osho
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यदि आप प्यार से रहते हो, प्यार के साथ रहतो हो,
तो आप एक महान जिंदगी जी रहे हो,
क्योकि प्यार ही जिंदगी को महान बनाता है।
- Osho
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प्यार तभी सच्चा होता है जब कोई एक दुसरे
के व्यक्तिगत मामलो में दखल ना दे।
प्यार में दोनों को एक-दुसरे का सम्मान करना चाहिये।
- Osho
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जब मै ये कहता हु की तुम ही भगवान हो
तुम ही देवी हो तो मेरा मतलब यह होता है
की तुम्हारी संभावनाये अनंत है और
तुम्हारी क्षमता भी अनंत है।
- Osho
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प्यार एक पक्षी है जिसे आज़ाद रहना पसंद है।
जिसे बढ़ने के लिए पुरे आकाश की जरुरत होती है।
- Osho
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कर्म नहीं बांधते, करता बांध लेता है,
कर्म नहीं छोड़ता है, करता छुट जाये तो छुटना हो जाता है।
- Osho
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जो विचार के गर्भाधान के विज्ञान को समझ लेता है
वह उससे मुक्त होने का मार्ग सहज ही पा जाता है।
- Osho
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एक बार जब मै यात्रा कर रहा था तभी
किसी ने मुझसे पूछा की इंसानी शब्दकोश में
सबसे महत्वपूर्ण शब्द कोनसा है।
मैंने नम्रता से जवाब दिया, “प्यार”।”
- Osho
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दोस्ती ही सबसे शुद्ध (बड़ा, निर्मल) प्यार है।
प्यार करने का ये सबसे ऊँचा स्तर है
जहा किसी भी परिस्थिती के लिए किसे से नही पूछा जाता,
सिर्फ और सिर्फ एक दुसरे को खुशी दी जाती है।”
- Osho
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समर्पण तो वह करता है, जो कहता है
की मेरे पास तो कुछ भी नहीं है, मै तो कुछ भी नहीं हु
जो दावा कर सकू की मुझे मिलना चाहिए।
मै तो सिर्फ प्रार्थना कर सकता हु,
मै तो सिर्फ चरणों में सिर रख सकता हु,
मेरे पास देने को कुछ भी नहीं है।
- Osho
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यदि आप खुद अपनी कंपनी का आनंद नही लेते हो,
तो कोई और उस से आनंदित कैसे हो सकता है?
- Osho
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आपके जैसा इंसान दुनिया में कभी नही होंगा,
दुनिया में अभी आपके जैसा दूसरा इंसान कही नही है,
और ना ही आपके जैसा कभी भविष्य में कोई होंगा।
- Osho
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आपका दिल ही आपका सबसे बड़ा शिक्षक है,
आपको उसी की सुननी चाहिये। लेकिन जीवन की यात्रा
में आपका अंतर्ज्ञान ही आपका शिक्षक होता है।
- Osho
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एक बच्चे को विशाल एकांतता की जरुरत होती है,
उसे ज्यादा से ज्यादा एकांतता में रहने देना चाहिये,
ताकि वह अपनेआप को विकसित कर सके।
- Osho
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यदि आप तुलना करना छोडो तो जिंदगी
निश्चित ही बहोत सुन्दर है। यदि आप तुलना करना छोड़
दो तो आपकी जिंदगी खुशियों से भरी होंगी।
- Osho
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ये दुनिया एक खेल है। जहा आज भी जितने
वाले हारने के समान है और हारने वाले
जितने के समान है, इसी तरह जिंदगी भी एक खेल है।
जहा कुछ कहते है की वे नही जानते और
कुछ जानते है की वे नहीं कहते।
- Osho
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जो लोग ये पूछते है की जीवन का क्या महत्त्व है?
असल में ऐसे लोगो ने जीवन को ही खो दिया है।
वे सिर्फ अपनी सांस लेने के वजह से ही जिंदा है
बाकी अंदर से तो वो कबके मर चुके होते है।
- Osho
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अपने रिश्ते में हमेशा सुखद रहे, तन्हाई
में हमेशा सतर्क रहे। ये दोनों बातो आपके लिए
हमेशा मददगार साबित होंगी क्योकि ये बाते
एक पक्षी के दो पंखो के समान है।
- Osho
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सिर्फ आपके पाप ही आपको दुखी कर सकते है।
जो आपको अपने आप से दूर ले जाने
की कोशिश करते है, ऐसी चीजो को अनदेखा
करना ही बेहतर होंगा।
- Osho
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एक महिला विश्व की सबसे सुन्दर कृति है,
उसकी किसी से भी तुलना ना करे।
भगवान द्वारा की गयी यह एक उत्कृष्ट कृति है।
- Osho
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कोई चुनाव मत करिए,
जीवन को ऐसे अपनाइए जैसे
वो अपनी समग्रता में हैं।
- Osho
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प्यार जब सहज, अचानक, बिना
अभ्यास किया हुआ, असंस्कृत, और बिना
सोचे होता है तभी वह सच्चा कहलाता है।
- Osho
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आपके अलावा कोई कोई आपकी परिस्थिती
के लिए जिम्मेदार नही है। कोई आपको गुस्सा
नही दिला सकता और कोई आपको
खुश भी नही कर सकता।
- Osho
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जिंदगी अपने आप में ही बहोत सुन्दर है,
इसीलिए जीवन के महत्त्व को पूछना ही
सबसे बड़ी मुर्खता होंगी।
- Osho
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... Thank You ...
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