पहली मुलाकात थी ...कुछ ऐसा असर हुआ, वो जुल्फे सम्भालते रहे..और हम दिल.
तुमको देखना और बस देखते रह जाना... मानो दरिया में उतरना और बह जाना...
खैर तुम मुझे समझी नही... मुस्कुराने के बाद में रोया क्यो था...
हम तेरे प्यार में कुछ ऐसा काम कर जायँगे.. लोग देखेंगे तुझे और याद हम आएंगे...
तेरा साथ है तो मुझे क्या कमी है... तेरी हर मुस्कान से मिली मुझे खुशी है... मुस्कुराते रहना इसी तरह हुमेशा ..! क्योंकि तेरी इस मुस्कान में मेरी जान बसी है ..!!
अधूरी ज़िन्दगी महसूस होती है... मुझे तेरी कमी महसूस होती है...
सारी दुनिया की खुशी अपनी जगह... उन सबके बीच तेरी कमी अपनी जगह..!!!
तेरी आँखों में रब दिखता हैं, क्योकि सनम मेरा दिल तेरे लिए धड़कता हैं
यूं तो किसी चीज के मोहताज नही हम, बस एक तेरी आदत सी हो गयी है।
तुम्हारी मुस्कान ही हमारी जान है, मुस्कुराते हो तो जी लेते हैं हम
इलज़ाम आखिर हमारे सर ही आया, हम चुप रहकर भी बदनाम हो गए
दूरियों ने सिखाया नजदीकियों का मतलब
जो आँखें मिलाने की इज़ाज़त नहीं दे रहे दिल उनको निगाहों में बसाने पर तुला है
तेरा करू इंतज़ार, तू मेरे दिल का करार, इतना है ऐतबार, मानूंगा ना मै भी हार
तुम सामने बैठे रहो और मैं तुम्हें देखता रहूँ….. बातें तो हम अपने आप से भी कर लेंगे
तुम कोई ज़िद्द नहीं हो मेरी जिसे मैं पूरा करूँ , तुम तो मेरी धड़कन हो जो ज़रूरी है ज़िन्दगी में मेरी
इस बेजान शीशे से मत पूछो अपने बारे में, पूछना है तो हमारी आँखों से पूछो कितने लाजवाब हो तुम
मोहब्बत करो वफ़ा के साथ , इजहार करो शादी के साथ
ये जानते हुए भी कि हम एक दुसरे के नसीब में नहीं है फिर भी मोहब्बत दिनों दिन बढ़ती जा रही है
ना उस ने कभी बांधा ना मैंने कभी छोड़ा, ऐसा खूबसूरत रिश्ता है हमारा
अपने चेहरे को इतना मत निखारो …. मुझे डर है कही मेरे चश्मे का नंबर ना बढ़ जाए
तुम दिवाली की चमचमाती शाम जैसी… और मै किसी सुनसान-सी आम रात कोई..
तेरी आँखों में कशिश है इस कदर, ये दिल बहलता ही नहीं बल्कि बहक जाने की जिद करता है
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